अशफाक खोपेकर व सिंगर वसुधा पांड्या ने जारी किया ग़ज़ल अल्बम “तिनका तिनका”, दादा साहब फाल्के फिल्म फाउंडेशन ने दिया नए सिंगर्स को अवसर

दुनिया भर में कितने सारे प्रतिभाशाली, नए सिंगर्स हैं, जो सिर्फ एक अच्छे मौके की तलाश में होते हैं, मगर उन्हें वह प्लेटफार्म नहीं मिल पाता। अशफाक खोपेकर इस मामले में आगे आए हैं और वह नए सिंगर्स के लिए एक मसीहा बनकर सामने आए हैं।

हाल ही में अशफाक खोपेकर और सिंगर वसुधा पांड्या ने एक खूबसूरत ग़ज़ल अल्बम “तिनका तिनका” जारी किया है। दादा साहब फाल्के फिल्म फाउंडेशन ने इस एल्बम में नए सिंगर्स को सुनहरा अवसर दिया है।

वसुधा पांड्या भी एक ऐसी ही सिंगर हैं जिनकी दो ग़ज़लें इस एल्बम में मौजूद हैं। वसुधा ने अशफाक खोपेकर का दिल से शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि मेरे लिए यह सपने सच होने का एहसास है। मेरे लिए बहुत बड़ा अचीवमेंट है और गर्व की बात है कि अशफाक सर ने मेरी आवाज की कद्र की। इतने बेहतरीन अल्बम तिनका तिनका में मुझे टाइटल सॉन्ग और एक और ग़ज़ल गाने का चांस दिया। मेरी आवाज आज दुनिया भर में सुनी जा रही है। मेरी गज़लों का वीडियो भी जल्द ही आउट किया जाएगा।

वडोदरा गुजरात की रहने वाली वसुधा पांड्या  को गायकी का जुनून काफी समय से था। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में 35 वर्षो तक सर्विस करने के बाद अब उनका यह पैशन, यह सपना हकीकत में बदल रहा है।

अशफाक खोपेकर ने बताया कि दादा साहब फाल्के फिल्म फाउंडेशन ने कोरोना काल में ऑनलाइन माध्यम से देश-विदेश के नए गायकों को गायकी का अवसर देने का अभियान शुरू किया था।

वडोदरा गुजरात से वसुधा पांड्या, पश्चिम बंगाल से मासूम रजा, संभल से शजरुल इस्लाम, मुरादाबाद यूपी से ताहिर खान, कलकत्ता से जयंत भट्टाचार्य, हैदराबाद से फरहा ज़ेबा, पंजाब से प्रेम पॉल और मुंबई से अमीना शिरगांवकर, इन नए प्रतिभाशाली गायकों को ग़ज़ल एल्बम तिनका तिनका में पार्श्व गायन का मौका दिया गया है।

अशफाक खोपेकर ने आगे बताया कि इन गजल के बोल सुदर्शन फ़ाकिर, नफीस आलम, अंजान सागरी, अशफाक खोपेकर, मुमताज राशिद और हस्तीमल हस्ती द्वारा लिखे गए हैं। पंकज उदास के लिए बहुत सारी ग़ज़लें कम्पोज़ करने वाले संगीतकार अली गनी ने इसका म्युज़िक दिया है। एबी स्टूडियो, मुंबई में साउंड रिकॉर्डिस्ट अरविंद जी द्वारा ग़ज़लों की रिकॉर्डिंग की गईं। इसकी मिक्सिंग मुंबई में प्रख्यात साउंड इंजीनियर बीजू नायर द्वारा हुई है।

इस ग़ज़ल एलबम को आफरीन म्यूजिक कंपनी द्वारा दुनिया भर के डिजिटल प्लेटफॉर्म पर जारी किया गया है, जिसे काफी अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है।  अल्बम के प्रोडक्शन एग्जीक्यूटिव अंजुम बिलाल खोपेकर हैं।

अशफाक खोपेकर ने आगे बताया कि प्लेबैक गायकी की कोशिश करते हुए, इन गायकों ने स्टारमेकर ऐप के माध्यम से अपनी प्रतिभा के बल पर यह अवसर हासिल किया।दादासाहेब फाल्के फिल्म फाउंडेशन की टीम ने स्टार मेकर ऐप में बनाए गए दादासाहेब फाल्के फिल्म फाउंडेशन पार्टी रूम में योग्य गायकों का चयन किया और उन्हें अपने शहर के रिकॉर्डिंग स्टूडियो में ग़ज़ल एल्बम तिनका तिनका के प्लेबैक गायन का एक मुफ्त मौका दिया गया। इसमे सभी खर्च फाउंडेशन द्वारा किया जाता है। इस एलबम के वीडियो में नए कलाकारों को भी मौका मिलेगा।

प्रतिभाशाली गायकों और कलाकारों को संघर्ष करते हुए आने वाली कठिनाइयों को ध्यान में रखते हुए दादासाहेब फाल्के फिल्म फाउंडेशन के अध्यक्ष अशफाक खोपेकर और उनकी टीम ने ऑनलाइन माध्यम चुनकर एक बड़ा और अनोखा कदम उठाया है।

अशफाक खोपेकर ने आगे बताया कि कोरोना के कारण 3 साल तक दादा साहब फाल्के फिल्म फाउंडेशन अवॉर्ड नहीं हो सका है, अब अगले साल हम इसकी योजना बना रहे हैं, जिसकी ऑफिशियल घोषणा जल्द की जाएगी।

 

अशफाक खोपेकर व सिंगर वसुधा पांड्या ने जारी किया ग़ज़ल अल्बम “तिनका तिनका”, दादा साहब फाल्के फिल्म फाउंडेशन ने दिया नए सिंगर्स को अवसर



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